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स्टार्टअप इंक्यूवेशन/उद्यमिता ट्रेनिंग सेंटर

Bindu prajapati Director of MMIS Jaunpur UP April 21, 2021

मोरज़न मोटिवेशनल इंटेलिजेंस सर्विस

 (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड।

रामपुर, अरगुपुरकलां, जौनपुर उत्तर प्रदेश, भारत।

द्वारा संचालित

 स्टार्टअप इनक्यूबेटर/उद्यमिता ट्रेनिंग सेंटर

 विकास खंड वार योजना की रूपरेखा

क्या आप जानते हैं कि वर्ष 2041 तक-
 
1 - भारत में वार्षिक जनसंख्या वृद्धि दर 1.77 प्रतिशत से घटकर 0.46 प्रतिशत हो जायेगी।
2- कुल जनसंख्या 121 करोड़ से बढ़कर 151 करोड़ हो जाएगी।
3- 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की संख्या 8.6 प्रतिशत से बढ़कर 15.9 प्रतिशत हो जाएगी।
4- 2021-2031 के दौरान सालाना 97 मिलियन और 2031-2041 में 42 लाख वार्षिक रोजगार देना होगा।
5- अधिक श्रम प्रवास को देश के भीतर देखना पड़ सकता है।
6 - कार्यशील आयु वर्ग (20-59) वर्ष की संख्या वर्ष 2011 में कुल जनसंख्या का 50.5 प्रतिशत थी जो 2041 में 58.9 प्रतिशत होगी।
7- 18 से 35 वर्ष की आयु के लोगों को आमतौर पर युवा माना जाता है, जो 2011 में देश की आबादी का लगभग 31 प्रतिशत है यानी 37 करोड़।
8- युवा बेरोजगारी दर 2020 में लगभग 22 प्रतिशत है।

9 - 2017 में, देश में कारखानों में 11 लाख से अधिक श्रमिक हैं।  और ग्रामीण उद्योगों ने पूरे भारत में 14 लाख कारीगरों को रोजगार दिया है।
 10 - भारत में कुल 41.3 प्रतिशत श्रमिक हैं, जिनमें से 42.9 प्रतिशत ग्रामीण और 29.7 प्रतिशत शहरी श्रमिक हैं।

11-बेरोजगारी का मुकाबला करने के लिए,भारत को 2030 तक प्रतिवर्ष 10 लाख रोजगार सृजन की आवश्यकता है।
12-भारत मे कर्मचारियों के अगले डेढ़ दशक तक प्रतिवर्ष 8 लाख की बृद्धि होने का अनुमान है।
13-भारत मे लगभग 29 लाख श्रम शक्ति का उपयोग नही किया जा रहा है।
14-भारत में 40 लाख महिलाओं को काम न होने के कारण वर्तमान श्रम बल से बाहर कर दिया गया है। साथ ही अन्य 30 लाख श्रमिकों को स्थानांतरित करने के तलाश में है नियमित वेतन देने वाली नौकरी के लिए।
15-बेरोजगार लोगो की कुल संख्या 36 लाख तक बढ़ जाती जो 15 वर्ष से अधिक आयु की आबादी का 4% है।
16- वर्तमान जनसंख्या के आधार पर 60 लाख कार्यबल में प्रवेश करेंगे,और अतिरिक्त 30 लाख कृषि कार्य से गैर कृषि क्षेत्रों में जा सकते है
17-अगर 55 लाख महिलायें श्रम शक्ति में प्रवेश करती है तो भारत मे रोजगार सृजन की अनिवार्यता और भी अधिक होगी।
18-भारत को 2030 तक कम से कम 90 लाख नई गैर कृषि रोजगार सृजित करने होंगे।और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद को 8.0 से 8.5 प्रतिशत सलाना की दर से बढ़ने की जरूरत है।

19-इस प्रकार हम देख रहे है कि बेरोजगारी दर कम नही हो रही है,प्रतिवर्ष नए लोग वर्क फोर्स में शामिल हो रहे है,90 प्रतिशत कंपनी पंजीकरण के बाद फेल हो रही है,सरकार एवं निजी सेक्टर ने मिलकर रोजगार पैदा करने का प्रयास किया है। फिर भी हमारे पास बेरोजगारी दर को शून्य पर लाने का पर्याप्त अवसर है।
20-भारत मे 99%लोग नौकरी करना या पाना चाहते है और जॉब क्रिएट करने वालो की भारी मांग है इसीलिए हम देखते हैं कि भारत में कुल आबादी के 30% लोगों के पास युवा / युवती लोगों को उद्यमी बनाने के पर्याप्त अवसर हैं या हर साल 97 लाख नौकरियां पैदा करने की आवश्यकता है।  रोजगार सृजन की इस मांग को देखते हुए, हमारी कंपनी ने 10 साल तक हर साल 97 लाख नौकरियां सृजित करने का निर्णय लिया है।

स्टार्टअप आइडिया

ग्रामीण व शहरी इलाकों में स्टार्टअप इंक्यूवेशन/उद्यमिता ट्रेेेनिंग सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन एवं ऑफ लाइन उद्यमिता प्रक्षिक्षण प्रदान कर, सामूहिक खरीद शक्ति प्रदान करके, लागत लाभ पर, सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से प्रेरणा, सलाह, परामर्श, स्टार्टअप इनक्यूबेटर/उद्यमिता प्रक्षिक्षण और व्यावसायिक सहायता सेवाएं प्रदान करके, नए उद्यमी बनाकर रोजगार और राजस्व उत्पन्न करना।

        हमारा उद्देश्य

ऐसे व्यक्ति जो नौकरी करने की इच्छा तथा गुलाम मानसिकता से मुक्त हो चुके हैं और मालिक और स्वतंत्र बनने की इच्छा शक्ति रखते हैं।  हमारी कंपनी उन्हें उद्यम के लिए योग्य बनाकर रोजगार और राजस्व उत्पन्न करेगी।  ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यक्रम ऐसे लोगों के लिए ही शुरू किया गया है।

हमारी सेवायें

सामूहिक खरीद की शक्ति देकर लागत लाभ पर प्रेरणा, सलाह, परामर्श, ऊष्मायन, सेमिनार, वेबिनार, कॉर्पोरेट सॉफ्ट कौशल और व्यवसाय सहायता सेवाएं प्रदान करना। कंपनी रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के सदस्यों को प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं सेमिनार प्रदान करेंगी। उद्यम प्रबंधन,विपणन प्रबंधन,उत्पादन प्रबंधन,उद्यम से होने वाले लाभ, उद्यम का चुनाव, बिजनेस मॉडल,कम पूंजी से प्रारंभ होने वाले उद्यम, एवं सर्विस सेक्टर के उद्यम, आदि विषयो को कवर करेगी। तथा रोजगार उत्पन्न करने एवं लाभदायी बिजनेस बनाने के तरीकों को सिखाएगी।हमारी कंपनी मुख्य रूप से पांच बिजनेस सपोर्ट सेवायें प्रदान करना चाहती है-
कंपनी 30 से 365 दिनों की सदस्यता के अनुसार, एक से लेकर 10 उद्योग/सेक्टर सामग्री, प्रोटोटाइप एवं बैंक योग्य परियोजना रिपोर्ट,औद्योगिक वृत चित्र, प्रदायक एवं उद्योग विशेषज्ञ कनेक्शन, उद्योग से संबंधित सरकारी एवं वित्तीय नीतियां एवं ज्ञान का साझाकरण,कंपनी, स्टार्टअप,जीएसटी एवं आधार पंजीकरण एवं मान्यता सहयोग तथा हैंड होल्डिंग सपोर्ट, ईडीपी प्रक्षिक्षण,आईपीआर, कार्यशाला एवं सेमिनार ऑनलाइन/ऑफलाइन सेवाओं से, ₹550 से ₹ 59000/-तक राजस्व उत्पन्न करेगी।
1- आपसी कनेक्शन एवं ऑनलाइन लाइव क्लास  हेतु प्लेटफार्म तैयार करना। इस प्लेटफॉर्म पर नए उद्यमी,पुराने उद्यमी,सप्लायर,पेशेवर, आदि एक ही जगह पर होंगे और उनकी प्रोफ़ाइल होगी।
2- लोअर मीडिल क्लास के लोगो मे से स्टार्टअप/उद्यमिता प्रेरकों को तैयार कर उनके माध्यम से नए उद्यमियों के निर्माण करना।
3- नए उद्यमियों को सामुहिक खरीद की शक्ति प्रदान करना।
4- नए पंजीकृत कंपनियों/स्टार्टअप को सपोर्ट सर्विसेज प्रदान कर लोगो के लिए रोजगार एवं राजस्व जेनेरेट करना।
5- सेमिनार एवं वेबिनार सेवाये प्रदान करना।

6-एक व्यवसाय विशेषज्ञ बनकर, हम लोगों को सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से व्यवसाय करने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षण देकर राजस्व उत्पन्न करेंगे। और निम्न मध्यम वर्ग के बेरोजगार युवा युवाओं को व्यवसाय करने के लिए प्रेरित करेंगे और उन्हें व्यवसाय करने के योग्य बनाएंगे।

7-भारतीय ग्रामीण युथ को स्टार्टअप के लिए प्रेरित करने हेतु ग्रामीण स्तर पर प्रक्षिक्षित स्टार्टअप प्रेरको की तैनाती।

8-भारतीय ग्रामीण युथ को स्थानीय स्तर पर बिजनेस कोच,मेंटर,प्रशिक्षक उपलब्ध कराना।

9-भारतीय ग्रामीण युथ के लिए स्थानीय स्तर पर सचल स्टार्टअप ट्रेनिंग सेंटर उपलब्ध कराना।

10-भारतीय ग्रामीण यूथ को लोकल स्तर पर व्यवसाय के संबंध में कानूनी, पंजीकरण, अनुपालन, पिच डेक, बिजनेस प्लान, मार्केटिंग प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, मार्केट रिचर्स, एकाउंटिंग एवं अन्य परामर्श दाई एवं टेक्निकल जानकारी देने हेतु एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना।

लोगो एवं देश को लाभ

1- भारत के मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग के परिवार के सदस्यों के लिए रोजगार एवं राजस्व का निर्माण होना।

2- नौकरियों की तलाश में लगने वाले समय को बचाकर, सोचने की प्रक्रिया में परिवर्तन करके भारत देश के लिए नए उद्यमी तैयार होना।

3- भारत के लोगो के लिए भारत के गांवो में उद्यम का वातावरण तैयार होना एवं उद्यम से सम्बंधित सभी मार्गदर्शन एवं सुबिधाये एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होना।

हम लोगों को नौकरियों और गुलाम मानसिकता से मुक्त करना चाहते हैं, हम लोगों को मालिक और स्वतंत्र बनाना चाहते हैं।  यह एक ऐसा समाधान है जो देश और विश्व स्तर की बेरोजगारी की समस्या को हल करेगा क्योंकि इस तरह से रोजगार पैदा होगा, राजस्व बढ़ेगा, प्रवास की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।  और लोग अपने छोटे बच्चों एवं परिवार के बीच प्यार से रह पाएंगे।  लोग कृत्रिम प्रेम पाने के लिए दूसरों के पीछे भागना छोड़ देंगे और देश में अपराध कम हो जाएगा।  क्योंकि लोगों को उनके घर पर पैसे के साथ प्यार और रोजगार मिलेगा।  हमारे देश में लड़कियां भी सुरक्षित महसूस करेंगी।  बुजुर्गों को बुढ़ापे में अपने बच्चों और बहुओं का प्यार भी मिलेगा।  अब समय आ गया है कि जन्म स्थान को ही कर्म का स्थान बनाया जाए।

      रोजगार के पीछे भागने की अपेक्षा रोजगार उत्पन्न करना आसान है।  ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यक्रम के माध्यम से, हम बेरोजगारी, पलायन, तनाव, धन की कमी, रोजगार और देश के असहाय बुजुर्गों के प्यार और अकेलेपन की समस्याओं को समाप्त करने में सक्षम होंगे।

  एक्शन प्लान

 1- विकास खंड का चयन।  (समय सारिणी की शुरुआत से 10 कार्यदिवस)

 नोट-जो प्रेरक बनना चाहते है, महिला या पुरुष को ऑनलाइन या ऑफलाइन 7 कार्य दिवसों का नि: शुल्क प्रशिक्षण लेने तथा उनके द्वारा निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही प्रेरक बन सकते है।

2- चयनित बीकास अनुभाग में 10 प्रेरक नियुक्त करना।  (समय सारिणी की शुरुआत से 15 कार्य दिवस)

3- कार्यक्रम के लिए पात्र 25 लोगों की सूची तैयार करें और निर्धारित समय और स्थान पर संगोष्ठी में भाग लें।  (कार्यक्रम की शुरुआत से 30 कार्य दिवस

4 - विकास खंड स्तर पर सेमिनार के आयोजन के लिए तारीख और स्थान का चयन करना (समय कार्यक्रम की शुरुआत से 25 कार्य दिवस)

5-संगोष्ठी "उद्यमिता की प्रेरणा और स्वरोजगार की आवश्यकता" विषय पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की जाएगी और संगोष्ठी में यह भी बताया जाएगा कि उद्यमिता सेवा के लिए पंजीकरण कैसे और कहाँ और कब तक किया जा सकता है और  किसकी मदद ली जा सकती है और इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा।  (समय सारिणी की शुरुआत से 32 कार्यदिवस)

6 - पंजीकरण के बाद 25-25 लोगों का गठन (सभी एक ही गांव होने की आवश्यकता नहीं) (समय कार्यक्रम की शुरुआत से 45 कार्य दिवस)

7- चयनित विकास अनुभाग के भीतर, पंजीकृत लोगों को उस स्थान का चयन करके जानकारी उपलब्ध कराई जानी चाहिए, जहां उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन कम से कम 25 महिलाओं या पुरुषों के लिए किया जाएगा और व्यवसाय संबंधी सभी सुविधाएं और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।  (समय अनुसूची की शुरुआत से 50 व्यावसायिक दिन)

8-उद्यमी को उद्योग, पंजीकरण, विनिर्माण, विपणन, आयात और निर्यात के बारे में विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करना आवश्यक है (समय कार्यक्रम की शुरुआत से 60 कार्य दिवस)।

9- महिला उद्यमियों को रेडीमेड वस्त्र / अन्य चयनित उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित करना और किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश दिलाना।  यदि संबंधित संगठन का कोई शुल्क है, तो उद्यमी उसे स्वयं भुगतान करेगा।  (कार्यक्रम की शुरुआत से 65 कार्य दिवस)।

10- विभिन्न सरकारी विभागों से उपलब्ध सुविधाओं के बारे में उद्यमी को सूचित किया जाना।  (समय कार्यक्रम की शुरुआत से 70 कार्य दिवस)

11- विभिन्न सरकारी विभागों से सुविधाएं प्राप्त करने में उद्यमी की सहायता करना।  यदि कोई सरकारी शुल्क है, तो उद्यमी उसे स्वयं भुगतान करेगा।  (समय कार्यक्रम की शुरुआत से 90 दिन)

12 - विभिन्न विषयों पर आयोजित किए जाने वाले ऑनलाइन मोटिवेशनल बिजनेस सेमिनार और वेबिनार।

13- उद्यमी का व्यवसाय पंजीकरण, निधिकरण, उत्पादन, विपणन में भुगतान मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करना।

14 - प्रत्येक टीम पर, जो 25 महिलाओं की होगी, एक महिला पर्यवेक्षक की तैनाती करेगी जो इस कार्यक्रम को चलाने में मदद करेगी।

15- उद्यमी ऊष्मायन केंद्र और इसके प्रभारी पर्यवेक्षक की स्थापना ताकि आने वाले वर्षों में यह कार्यक्रम निर्बाध रूप से जारी रहे।

16-सभी सेवाओं के लिए अलग-अलग शुल्क होंगे।  उद्यमी द्वारा मांगे जाने वाले सेवाओं पर केवल सेवा के लिए शुल्क लिया जाएगा और केवल उद्यमी को सेवा प्रदान की जाएगी।

17- अधिक जानकारी के लिए कंपनी की वेबसाइट gbusjaunpur.org पर जाएं या [email protected] पर ईमेल भेजें या 7408611304,7897015647 पर बात कर सकते हैं।

 कार्यक्रम के लिये पात्रता

1 - किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से हाई स्कूल पास, ग्रामीण महिलाएं या पुरुष जिनकी उम्र 20 वर्ष से कम नहीं है।

2- ऊपर दी गई सेवाओं के रूप में भुगतान करने में सक्षम हो।गरीबी रेखा के नीचे का जीवन स्तर न हो।

3-एक उद्यमी बनने के लिए तैयार रहें और अपने परिवार का समर्थन करें।

4-नौकरी करने की इच्छा और गुलाम मानसिकता से मुक्त हो और मालिक बनने की इच्छा शक्ति और आज़ाद हो।

5-कंपनी द्वारा आयोजित विभिन्न सेमिनारों, वेबिनार, और उद्यमिता विकास कार्यक्रमों में भाग लेने में सक्षम हो।

6 - उनके परिवार के किसी भी सदस्य या उद्यमी के पास खुद का Android मोबाइल होना चाहिए और उसमें इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए।

7-अपने उद्यम को स्थापित करने के लिए कम से कम  ₹10 हजार का निवेश करने की क्षमता होनी चाहिए।

8 - भारत की नागरिक हो, उनके पास आधार कार्ड होना चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त बैंक में खाता होना चाहिए।

नोट-हमारा टारगेट सेगमेंट एवं डिफ्रेंटिएटेड और सुपीरियर आफरिंग-ऐसे लोग जिनकी वार्षिक बचत ₹15000 से कम न हो। हमारा टारगेट सेगमेंट लोअर मिडिल क्लास हाउस होल्ड है जिनकी वार्षिक आमदनी 70,137 से कम न हो,तथा 2,73,098 से अधिक न हो। जो लोग अपनी आमदनी से संतुष्ट न हो और अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हो।ग्रामीण/शहरी क्षेत्रो के 21 से 35 वर्ष की उम्र की ऐसी महिलाएं जिनके परिवार के सदस्य प्रवासी जीवन जी रहे हो एवं घर छोड़कर दूसरे शहरों में जाकर प्राइवेट नौकरी कर रहे हो,उन्हें वापस बुलाना चाहती हो।जिनकी शिक्षा हाई स्कूल से कम न हो।जो घर पर ही रोजगार एवं राजस्व का सृजन करने के लिए उद्यम करने की इच्छुक हो उनके लिए हमारी कंपनी मात्र ₹100 /प्रति घण्टे लेकर अच्छे एवं अनुभव रखने वाले प्रेरक एवं बिजनेस कोच उपलब्ध कराएगी जो उनके लिए उत्तम मार्गदर्शक एवं मेंटर होगा और उनके उद्यम के शुरुआती दिनों में उनके लिए उत्तम बिजनेस मॉडल तैयार करेगा एवं न्यूनतम लागत पर उत्पादन का प्रक्षिक्षण ,अच्छे और सस्ते कच्चे माल को खरीदने में मदद, उत्पादों के लिए सेल्समैन की व्यवस्था आदि करेगा।

 

 बिन्दु प्रजापति

 निदेशक

एम एम आई एस (ओ पी सी) प्राइवेट लिमिटेड

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